"वादा"
मत करो कोई वादा जिसे निभा ना सको
मत करो इंतना प्यार मुझ से के छुपा ना सको
लोग तो पल -पल में जखम देते हैं यहाँ
अच्छा हैं इन फरेबियो से खुद को बचा के रखो
मत करो कोई वादा जिसे निभा ना सको
मत करो इंतना प्यार मुझ से के छुपा ना सको
लोग तो पल -पल में जखम देते हैं यहाँ
अच्छा हैं इन फरेबियो से खुद को बचा के रखो
........ انش ا رحمن ........
गम हो या ख़ुशी मुस्कुराना सिख लो
दोस्त हो या दुश्मन सब को गले लगाना सिख लो
चार दिन की जिंदगी हैं ये अपनी
गिले शिकवे भुलाना सिख लो
........ انش ا رحمن ........
हर किसी को यहाँ प्यार नहीं मिलता
दिल को जो भाये वो दिलदार नहीं मिलता
ये तो जरुरत के बनाये रिश्ते हैं
वर्ना प्यार में काँटों का हार नहीं मिलता
दिल को जो भाये वो दिलदार नहीं मिलता
ये तो जरुरत के बनाये रिश्ते हैं
वर्ना प्यार में काँटों का हार नहीं मिलता
........ انش ا رحمن ........
मेरे दर्द की कोई दवा नहीं
मेरे प्यार की कोई इन्तहा नहीं
वो देते हैं दर्द पल -पल मुझे
पर मुझे उन्शे कोई गिला नहीं
मेरे प्यार की कोई इन्तहा नहीं
वो देते हैं दर्द पल -पल मुझे
पर मुझे उन्शे कोई गिला नहीं
........ انش ا رحمن ........
मेरे गम अब ग़जल में ढल गए हैं
मेरे आँशु अब मेरे गीत बन गए हैं
बहुत दर्द देते हैं लोग मुझे यहाँ
फिर भी हम उन्हें दूवाये दे रहे हैं
मेरे आँशु अब मेरे गीत बन गए हैं
बहुत दर्द देते हैं लोग मुझे यहाँ
फिर भी हम उन्हें दूवाये दे रहे हैं
........ انش ا رحمن ........
सोचता हूँ के अपने आप को भुला दूँ
दुनिया के हर रंजोगम को मिटा दूँ
पर क्या करू इतनी मेहनत की हैं खुद पे
कैसे इस दुनिया की भीड़ में खुद को मिला दूँ
दुनिया के हर रंजोगम को मिटा दूँ
पर क्या करू इतनी मेहनत की हैं खुद पे
कैसे इस दुनिया की भीड़ में खुद को मिला दूँ
........ انش ا رحمن ........
इंसानियत का दामन कओ इंतना छोटा हो गया हैं
क्या इंशान बनना इतना मुश्किल हो गया हैं. ........ انش ا رحمن ........
प्यार करो मगर पर्दा करो
तकरार करो मगर मुहब्बत करो
इश्क करने वालो से ,लोगो को जलन होती हैं
पर इस से अपनी मुहब्बत कम मत करो
तकरार करो मगर मुहब्बत करो
इश्क करने वालो से ,लोगो को जलन होती हैं
पर इस से अपनी मुहब्बत कम मत करो
........ انش ا رحمن ........
सोचता हूँ अपनी गलतियों से तौबा कर दूँ
पर क्या करू कमबख्त ये मेरा साथ ही नहीं छोडती
.....................پاگل ....................
कोई खुशी में पी रहा हैं , कोई गम में पी रहा हैं
हम वो बेशरम हैं जो , गम को पी रहे हैं
.....................پاگل ....................
हम उनकी वफ़ा और मुहब्बत की कद्र करते हैं
आखिर हम भी एक इंशान हैं इस लिये गलतिया करते हैं
चमन जिन को सजाना था वो ही चमन बेच रहे हैं.
हम कितने बेगैरत हैं जो ये सब छुप कर देख रहे हैं
हम वो बेशरम हैं जो , गम को पी रहे हैं
.....................پاگل ....................
हम उनकी वफ़ा और मुहब्बत की कद्र करते हैं
आखिर हम भी एक इंशान हैं इस लिये गलतिया करते हैं
.....................پاگل ....................
चमन जिन को सजाना था वो ही चमन बेच रहे हैं.
हम कितने बेगैरत हैं जो ये सब छुप कर देख रहे हैं
...................پاگل ....................
गम देते हो, खुशी क्यों नहीं देते
दर्द देते हो , दवा क्यों नहीं देते
प्यार करते हो , कह क्यों नहीं देते
नफरत करते हो , मिटा क्यों नहीं देते
दर्द देते हो , दवा क्यों नहीं देते
प्यार करते हो , कह क्यों नहीं देते
नफरत करते हो , मिटा क्यों नहीं देते
........ انش ا رحمن ........
मंदिर में भगवन मिलते हैं
मस्जिद में खुदा मिलते हैं
पर मेरे दिल में झांक कर देखिये
यहाँ तो सिर्फ इन्सान मिलते हैं
मस्जिद में खुदा मिलते हैं
पर मेरे दिल में झांक कर देखिये
यहाँ तो सिर्फ इन्सान मिलते हैं
........ انش ا رحمن ........